बेरोजगारी पर निबंध | Unemployment Essay in Hindi:
इस लेख में हम चर्चा करने जा रहे हैं बेरोजगारी पर निबंध Unemployment Essay in Hindi साथ में बेरोजगारी से बचने का उपाय पर 10 लाइन (10 Line on Unemployment)।
प्रस्तावना:
आज की चर्चा का विषय है बेरोजगारी पर निबंध। एक समय मे भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था परन्तु गुलामी के बाद ब्रिटीश शाशन ने हमसे हमारा सब कुछ छीन लिया और अब हिन्दुस्तान बस एक हिन्दू राज्य बन कर के रह गया। तब से लेकर के आज तक हम बेरोजगारी मे ही जी रहे है। उस समय जो धनवान थे वो और धनवान बनते चले गए और जो निर्धन थे व तो निर्धन रेखा के निचे चले गए। देखा जाए तो बेरोजगारी केवल भारत की ही नही अपितु पुरे विश्व की बहुत बड़ी समस्या है।
बेरोजगारी का अर्थ:
सर विलियम बैवरीज के अनुसार “संसार मे ५ आर्थिक राक्षस मानव जाति को ग्रसित करने के लिए तैयार है – निर्धनता,अज्ञानता,गन्दगी,बीमारी और बेरोजगारी परन्तु इनमे बेरोजगारी सबसे भयंकर है।” बेरोजगारी का अर्थ है की काम करने योग्य एवं काम करने के इच्छुक व्यक्तियो के लिए काम का अभाव। कोई भी व्यक्ति बेरोजगार तब कहलायेगा जब वह काम करने के योग्य हो तथा काम करना चाहता है किन्तु उसे काम नहीं मिलता अर्थात जो शारीरिक व मानसिक द्रष्टि से काम करने की क्षमता रखता है एवं काम करना चाहता है परन्तु उसे कार्य नही मिलता अथवा काम से अलग होने के लिए बाध्य किया जाता है।
बेरोजगारी के कारण:
फैक्ट्रियो व कारखानों मे मशीनों से होने वाले काम के कारण कही ना कही रोजगार पर असर पडा है। सरकार की औधोगिक नीतिया पुरानी है जिससे युवा बेरोजगार होते जा रहे है। इन नीतियों मे सुधार की आवश्यकता है। ताकि रोजगार के नए अवसर प्रदान किये जा सके। बेरोजगारी का सबसे बड़ा व सबसे प्रमुख कारण हमारी शिक्षा प्रणाली भी है। हमारे देश मे आज भी प्राचीन शिक्षा प्रणाली प्रचलित है। आज हम अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी बेरोजगार रह जाते है क्यों हमारी शिक्षा निति मे ये शामिल ही नही है की युवा को जिस क्षेत्र मे रोजगार चाइए उसे संबंधित चीजों को भी शिक्षा प्रणाली मे शामिल किया जाए। जनसंख्या मे वृद्धि भी बेरोजगारी का मुख्य कारण है। हमारा देश जनसंख्या की द्रष्टि से २ पर है। इन हालातो मे सभी को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना भी एक चुनौती से कम नहीं है।
Covid-19 और बेरोजगारी:
भारत में मार्च 2020 से कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया था। इसकी वजह से कई ऑफिस और फैक्ट्रियां बंद हो गईं, जिससे हजारों संख्या मै लोग बेरोजगार हो गए। बेशक, ऑफिस और फैक्ट्रियां खुलने के बाद यह रेट जरूर कम हुआ है।
बेरोजगारी के नुकसान:
रोजगार का अभाव होने के कारण युवा गांवो से शहरो मे पलायन कर रहे है। जिससे गांवो मे योग्य और कुशल लोगो की कमी के कारण गांवो का सुधार रुक जाता है। बेरोजगारी के कारण आज का युवा गलत कदम उठा रहा है उनमे आत्मनिर्भरता की कमी देखि गई है जो समाज के लिए एक समस्या बन गई है। यहा तक की कुछ लोग तो रोजगार के अवसर पाने के लिए भारत से बाहर चले गए है।
बेरोजगारी से बचने का उपाय पर 10 लाइन | 10 Line on Unemployment in Hindi:
- हमे हमारी शिक्षा प्रणाली मे सुधार करके आज के युवा को रचनात्मक कार्य मे लगाना,स्वावलंबी बनाना तथा उनमे आत्मविश्वास पैदा करना चाइए।
- हमे नए व छोटे-छोटे कुटीर उधयोग स्थापित करने चाइए।
- हमे जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण करना चाइए।
- सरकार को गांवो पर अधिक ध्यान देते हुए गांवो मे अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने चाइए जिसे गांवो से शहरो मे होने वाले पलायन को रोका जा सके।
- सरकार को हर क्षेत्र मे उत्पादन बढानें चाइए जिससे स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके।
- सभी युवा को उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार के अवसर प्रदान किये जाने चाइए।
- सरकार को हर क्षेत्र मे आरक्षण नही देना चाइए। आरक्षण के कारण पक्षपात ना हो सरकार को इस बात पर ध्यान देना चाइए।
- सरकार को कृषि विकास पर भी ध्यान देना चाइए।
- औधोगिकीकरण को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाने चाइए ताकि रोजगार के नए अवसर उपलब्ध हो सके।
- लोगो को ज्यादा से ज्यादा शिक्षित करना चाइए ताकि अशिक्षा व अज्ञानता के अभाव से लोग बेरोजगार ना रह जाए।
निष्कर्ष:
केवल सरकार की योजना से बेरोजगारी का निराकरण संभव नही है आवश्यकता है –इस हेतु युवको को भी आगे आकर अपने लिए मार्ग का निर्धारण करना होगा। नौकरी के लिए भटकने की अपेक्षा अपनी रूचि के उधोगो के प्रति जाग्रत होना होगा। हम नई तकनीक के उपयोग से रोजगार के नए-नए अवसर उपलब्ध करवा सकते है।