भगत सिंह पर निबंध : Essay on Bhagat Singh in Hindi, 10 Line on Bhagat Singh with PDF

भगत सिंह पर निबंध Essay on Bhagat Singh in Hindi

भगत सिंह पर निबंध : Essay on Bhagat Singh in Hindi:

इस लेख में हम जा रहे हैं भगत सिंह पर निबंध (Essay on Bhagat Singh in Hindi) साथ मे भगत सिंह के जीवन के प्रमुख पहलू पर १० लाइन और भगत सिंह पर FAQ I

भगत सिंह पर निबंध का प्रस्तावना–

सम्पूर्ण भारतबर्ष में जब भी देशभक्ति और आजादी के संग्राम में बलिदान देने वाले क्रांतिवीरों का जिक्र किया जाता है तो हमेशा भगत सिंह को जरुर याद किया जाता है I इस महान बलिदानी ने अपना पूरा जीवन देश की आजादी में समर्पित कर दिया था I देशभक्ति के लिए प्रेरित करने में 1920 का गांधीजी का सविनय अवज्ञा आन्दोलन उनके लिए मार्गदर्शक बना था I वे क्रांतिकारी होने के साथ साथ अच्छे लेखक, पाठक और वक्ता भी थेI

भगत सिंह का जन्म:

उनका जन्म 28 सितम्बर 1907 को वर्तमान में पाकिस्तान में स्थित जिला लायलपुर के बंगा गाँव में एक सिख परिवार में हुआ था I उनके पिता का नाम सरदार किशन सिंह एवं माता का नाम विद्यावती कौर था, तथा उनका परिवार स्वामी दयानंद सरस्वती की विचारधारा से प्रेरित था I भगत सिंह की दादी ने उनका नाम भागो वाला रखा था क्यूंकि वो बहुत भाग्यशाली थे, उन्ही के जन्मदिन के दिन उनके पिता जेल से रिहा हुए थे I

देशभक्ति के लिए प्रेरणा:

भगत सिंह का जन्म एक देशभक्त परिवार में हुआ था जिसके चलते उन्होंने प्रारंभ से ही खुद को देशभक्ति के लिए समर्पित करने का मन बना लिया था I स्कूली शिक्षा में बे लाला राजपतराय के संपर्क में आये थे, तथा बाद में वे 1920 में गांधीजी के सविनय अवज्ञा आन्दोलन ने उन्हें और बदल कर रख दिया I

उन्होंने भारत की आजादी के लिए नौजवान भारत सभा की स्थापना की और बाद में चलकर वे चंद्रशेखर आजाद के साथ मिलकर हिंदुस्तान पब्लिक एसोसिएशन से जुड़ गए I 

भगत सिंह का प्रभाबित करने वाली घटनाएं:

भगत सिंह के जीवन पर सबसे ज्यादा प्रभाव जलियाबाग वाला हत्याकांड का पड़ा था, जब पंजाब के अमृतसर में जलियांवाला बाग नामक स्थान पर ब्रिटिश ऑफिसर जनरल डायर के द्वारा गोलियां की बारिश कर हजारों लोगों की हत्या की गयी और ना जाने कितने लोगों को घायल कर दिया गया था।8 अप्रैल 1929 को भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने ब्रिटिश सरकार की बुरी नीति का बदला केंद्रीय असेम्बली पर बम फेंक कर लियाI 6 जून 1929 को उन्हें राजगुरु और सुखदेव के साथ फांसी की सजा सुनाई गयी I 23 मार्च 1931 को उन्हें फांसी दे दी गयी I

भगत सिंह के जीवन के प्रमुख पहलू पर १० लाइन | 10 Line on Bhagat Singh in Hindi:

भगत सिंह के जीवन में घटित कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं निम्न प्रकार हैं –

  1. उन्होंने हमेशा अपने जीवन में एक ही उद्देश्य रखा देश को आजादी दिलाने का समर्पण I
  2. उन्होंने दो रचनाएं लिखी थी – एक शहीद की जेल नोटबुक तथा सरदार भगत सिंह I 
  3. भगतसिंह बहुत निडर थे I
  4. भगत सिंह ने साइमन कमीशन के खिलाफ विरोध किया I
  5. उन्होंने हमेशा उन लोगों के साथ हाथ मिलाया जो अहिंसा के लिए नहीं ताक़त के साथ थे I
  6. उनकी जीवनी पड़ने पर लोगों में साहस उत्पन्न हो जाता है, जो उनके साहसी होने का प्रमाण देता है I
  7. 23 बर्ष की आयु में उन्हें फांसी दी गयी थी I
  8. उन्होंने ब्रिटिश सरकार की केंद्रीय असेम्बली पर बंब फेंककर उन्होंने आजादी की क्रांति का बिगुल बजा दिया था I
  9. उन्होंने नौजवान भारत सभा की स्थापना की थी I
  10. भगत सिंह की फांसी के दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है I

निष्कर्ष :

भगत सिंह के बलिदान को आज पूरा देश सलाम करता है I वो एकमात्र ऐसे क्रांतिकारी थे जो सबसे कम उम्र में देश की आजादी में शहीद हुए थे I उन्होंने हमेशा ताक़त को अपना साथी माना, और ब्रिटिश सरकार के आगे कभी नहीं झुके I ये हमारा कर्तव्य है कि हमें भी इनके आदर्शों पर चलना चाहिए और देश की सेवा में अपना योगदान देना  चाहिए I देश की तरक्की में हमेशा समर्पित रहना चाहिए I

भगत सिंह के बारे में कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न | FAQs on Bhagat Singh:

Q. भगत सिंह का जन्म स्थान क्या है

Ans. भगत सिंह का जन्म वर्तमान में पाकिस्तान में स्थित जिला लायलपुर के बंगा गाँव में एक सिख परिवार में हुआ थाI

Q. भगत सिंह का पूरा नाम क्या है?

Ans. भगत सिंह का पूरा नाम था “भगत सिंह संधू“I

Q. भगत सिंह की मृत्यु किस उम्र में हुई थी?

Ans. 23 मार्च 1931 को 23 बर्ष की आयु में उन्हें फांसी दी गयी I

Q. भगत सिंह को फांसी कब हुई थी?

Ans. 1931 साल में भगत सिंह को फांसी हुई थी ।

Q. भगत सिंह का नारा क्या है?

Ans. भगत सिंह का नारा था ‘इन्क़लाब ज़िंदाबाद!‘ जिसका अर्थ है ‘क्रांति की जय हो

Q. भगत सिंह की माता का नाम क्या है ?

Ans. भगत सिंह की माता का नाम विद्यावती देवी।

Q. भगत सिंह को फांसी कहाँ दी गई थी?

Ans. भगत सिंह को लाहौर में फाँसी दी गई थी।

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